अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के ट्रांसिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) ने सौर मंडल के बाहर TOI 270 नामक एक नयी ग्रहीय प्रणाली में अब तक खोजे गये तीन सबसे छोटे और निकटतम एक्सोप्लैनेट की खोज की है। नयी ग्रहीय प्रणाली पृथ्वी से लगभग 73 प्रकाश वर्ष दूर ‘पिक्टर’ तारामंडल में स्थित है।
महत्त्व
- पृथ्वी के अलावा किसी अन्य ग्रह पर जीवन की संभावनाएं तलाश रहे वैज्ञानिकों इस खोज के माध्यम से वहां वायुमंडल की उपस्थिति एवं उपस्थित गैसों का निर्धारण करने में सक्षम होंगे।
- यह न केवल अंतरिक्ष के सम्बन्ध में वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ावा देगा बल्कि एक और संभावित वासयोग्य स्थान का पता लगाने में भी मदद करेगा जो जीवन अनुकूल हो।
पृष्ठभूमि
- नासा ने केपलर यान के बाद एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) को 2018 में अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया था।
- अपने दो साल के अभियान में टीईएसएस 30 से 300 प्रकाश वर्ष दूर स्थित ग्रहों और चमकीले तारों का अध्ययन कर रहा है।
- मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) द्वारा विकसित उपग्रह का लक्ष्य हजारों ऐसे ग्रहों की तलाश करना है जो हमारे सौर मंडल से बाहर हैं.
TOI 270 के बारे में
- इस नई ग्रहीय प्रणाली में एक बौना तारा, जो आकार और द्रव्यमान में सूर्य से 40 प्रतिशत छोटा है और तीन एक्सोप्लैनेट शामिल है जिन्हें TOI 270 b, TOI 270 c, और TOI 270 नाम दिया गया है। ये तीनों ग्रह क्रमशः 3.4 दिन, 5.7 दिन और 11.4 दिनों में तारे की परिक्रमा करते हैं।
- TOI 270 b सबसे अंतरतम ग्रह है तथा यह पृथ्वी की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत बड़ा एवं पथरीला है जो वासयोग्य नहीं है क्योंकि यह हमारे सौर मंडल के बुध की तुलना में सूर्य से लगभग 13 गुना अधिक करीब है।
- TOI 270 c और TOI 270 d नेप्च्यून जैसे ग्रह हैं क्योंकि उनकी संरचना में चट्टानों के बजाय गैसों का प्रभुत्व है। TOI 270 d पर सघन वायुमंडल होने के कारण तरल रूप में जल होने की संभावना जताई जारही है।
एक्सोप्लैनेट
एक्सोप्लैनेट ऐसे ग्रहों को कहा जाता है जो हमारे सौर मंडल के बाहर स्थित होते है और सूर्य के अलावा किसी अन्य तारे की परिक्रमा करते है।